कर्नाटक में शुरू हुए हिजाब विवाद (hijab row)को लेकर देशभर में हंगामा मचा हुआ है. कॉलेज में हिजाब (hijab row)पहनकर आई छात्राओं को क्लास में जाने से रोकने के बाद ये विवाद शुरू हुआ. हालांकि, इस पूरे विवाद की एक दूसरी कहानी भी निकलकर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि इस विवाद की कहानी एक अन्य घटना से जुड़ी हुई है। दरअसल पिछले साल मणिपाल की एक छात्रा से कथित बलात्कार के मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने 30 अक्टूबर को इस मामले की जांच की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में एक मुस्लिम छात्र ने भी हिस्सा लिया था. जिस पर कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI) ने आपत्ति जताई कि एक मुस्लिम छात्र ABVP के प्रदर्शन में कैसे शामिल हो सकता है?
हालांकि, उडुपी के एसपी विष्णु वर्धन ने इस बात का खंडन किया है कि मौजूदा विवाद इस घटना की वजह से खड़ा हुआ है, उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. क्योंकि अभी तक दोनों घटनाओं को लेकर कोई इंटेलिजेंस रिपोर्ट नहीं आई है. ऐसा भी कहा जा रहा है कि ABVP के उक्त प्रदर्शन में वायरल हुई लड़की मुस्कान जैनब (Muskan Zainab) ने भी हिस्सा लिया था. बताया जा रहा है कि मुस्कान ने उस प्रदर्शन के दौरान हिजाब नहीं पहना था. इस पर मुस्कान के पिता ने आपत्ति जताई थी और स्कूल में शिकायत की थी.
इस मामले पर जब उडुपी के विधायक रघुपति भट से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि स्कूल ने उन्हें प्रदर्शन में नहीं भेजा था. बलात्कार के मुद्दे पर उस समय कई लड़कियों ने हिजाब पहनकर प्रदर्शन किया था. भट ने आरोप लगाया कि लड़कियों ने हिजाब पहनने की मांग तब से शुरू की, जब से वो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) नाम के संगठन के संपर्क में आईं. उन्होंने बताया कि हमने उनसे कहा कि कैंपस में हिजाब पहनकर आ सकती हैं, लेकिन क्लास में नहीं. विवाद यहीं से शुरू हुआ.
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