रूस का यूक्रेन (Ukraine Russia Conflict)पर हमला शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जारी है। इस बीच राजधानी कीव सुबह 7 बड़े धमाकों से दहल गई। लोग रातभर से घरों, सब-वे, अंडरग्राउंड शेल्टर में छिपे रहे। इन हमलों (Ukraine Russia Conflict) की वजह से यूक्रेन में खाने-पीने से लेकर रोजाना की जरूरत की चीजों की कमी हो रही है।
कल रूसी सेना ने यूक्रेन के चर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट के पास इलाके में हमले किए थे। इसके बाद से पावर प्लांट में रेडिएशन का लेवल बढ़ गया है। यूक्रेन की न्यूक्लियर एजेंसी ने इस बात की जानकारी दी है। इस बीच यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने नागरिकों से कहा है कि वे रूसी सेना के उपकरणों के मूवमेंट के बारे में जानकारी देते रहें। इसके साथ ही उन पर पेट्रोल बम फेंकें।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने दावा किया है कि रूसी सेना राजधानी में दाखिल हो गई है। रूसी टैंक यहां से सिर्फ 32 किमी दूर हैं। इन्हें रोकने के लिए यूक्रेनी सेना ने तीन पुल उड़ा दिए हैं। जेलेंस्की ने आशंका जताई है कि अगले 96 घंटे, यानी 4 दिन में कीव पर रूस का कब्जा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि रूसी सेनाएं रिहाइशी इलाकों को टारगेट कर रही हैं। उन्होंने रूसी नागरिकों से अपील की है कि वे इस जंग के खिलाफ प्रदर्शन करें।
यूक्रेन पर हमला के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनिया के साथ घरेलू नाराजगी का भी सामना करना पड़ रहा है। यूक्रेन पर हमले के विरोध में रूस के दर्जनों शहर में प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद 1700 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उधर वर्ल्ड बैंक यूक्रेन की आर्थिक मदद देने को तैयार हो गया है।